वायु मुद्रा (एयर की मुद्रा):
तरीका:
अंगूठे के आधार पर तर्जनी और अंगूठे रखें अन्य तीन अंगुलियों को सीधा रखते हुए साथ दबाएँ।
विशेषता:
यह सभी रोगों है कि हवा के असंतुलन के कारण हो रोकता है।
समय अवधि:
45 मिनट के लिए इस मुद्रा के अभ्यास 12 से 24 घंटे में रोग की गंभीरता को कम कर देता है। के लिए बेहतर परिणाम दो महीने के लिए यह अभ्यास।
लाभ:
ओ यह किसी भी दवा के बिना गठिया, गठिया, गाउट, पार्किंसंस रोग और लकवा ठीक हो जाते हैं
ओ यह गर्भाशय ग्रीवा Spondilytis, चेहरे को लकवा और गर्दन में तंत्रिका के पकड़ने के लिए उपयोगी है
ओ यह पेट में गैस का विकार ठीक हो जाती है
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