Thursday, August 4, 2016

वरुण मुद्रा

वरुण मुद्रा ( पानी की मुद्रा )

तरीका:
अन्य तीन अंगुलियों से बढ़ाकर साथ छोटी उंगली के टिप अंगूठे की नोक छू लेती है।

विशेषता:
यह पानी की मात्रा संतुलन और सभी रोगों जो पानी की कमी के कारण आने से रोकता है।

समय अवधि:
यह कोई विशेष समय अवधि है और अपने समय के अनुसार यह अभ्यास कर सकते हैं।

लाभ:
ओ यह शरीर में पानी की मात्रा संतुलन द्वारा रक्त में स्पष्टता बरकरार रखती है

ओ आंत्रशोथ और स्नायु सिकुड़न का दर्द रोकता

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